रांची: बीआईटी मेसरा के पॉलिटेक्निक संस्थान में 14 नवंबर की रात फ्रेशर्स पार्टी के दौरान हुई हिंसा में द्वितीय वर्ष के छात्र राजा पासवान की मौत हो गई। घटना में सीनियर छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने राजा को हॉस्टल ले जाकर बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। राजा की मौत ने छात्रों और परिजनों को झकझोर दिया है।
घटना का विवरण
फ्रेशर्स पार्टी में फोटो खींचने को लेकर दो गुटों में विवाद हुआ। प्रबंधन ने शुरू में छात्रों को शांत कराया, लेकिन बाद में सीनियर छात्रों ने राजा को पकड़ा और हॉस्टल में ले जाकर पीटा। रात करीब 9 बजे प्रबंधन ने राजा के परिवार को सूचना दी कि वह शराब के नशे में है और बेहोश हो गया है।
परिजन जब पहुंचे तो राजा गंभीर हालत में था, और उसके शरीर पर चोट के निशान थे। उसे स्थानीय डॉक्टर को दिखाया गया, जिन्होंने तुरंत रिम्स रेफर कर दिया। अगले दिन, रिम्स में इलाज के दौरान राजा ने दम तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप
राजा के चाचा कृष्णा पासवान ने बताया कि प्रबंधन ने घटना को छिपाने की कोशिश की और झगड़े को हल्के में लिया। उन्होंने सीनियर छात्रों पर हत्या का आरोप लगाया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रदर्शन
राजा के नाक और पीठ पर चोट के गहरे निशान पाए गए, जो बेल्ट से मारपीट के संकेत हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया गया और उसकी वीडियोग्राफी कराई गई। शनिवार को परिजनों ने बीआईटी मेसरा कैंपस में प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
प्रबंधन की प्रतिक्रिया
पॉलिटेक्निक के डायरेक्टर प्रो. विनय शर्मा ने कहा कि फ्रेशर्स पार्टी में झगड़े की सूचना मिलने के बाद छात्रों को समझाकर शांत किया गया था। राजा को नशे में पाया गया था और उसे घर ले जाने की सलाह दी गई थी। घटना के बाद राजा सहित 15 छात्रों को निलंबित कर दिया गया है।
राजा का परिवार और संघर्ष
राजा बिहार के शेखपुरा जिले के बरबीघा के ओखनी गांव का निवासी था। उसके पिता चंदन पासवान रांची में छोटे होटल और टेंपो चलाकर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। राजा को पॉलिटेक्निक में दाखिला दिलाकर बेहतर भविष्य की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन यह घटना परिवार के लिए बड़ा सदमा बन गई।
जांच और कार्रवाई की मांग
परिजनों ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना ने संस्थान में अनुशासन और सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।